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About us
'परोपकाराय सतां विभूतयः' को चरितार्थ करने वाली इस संस्था का जन्म हमारे वर्तमान अवैतनिक मंत्री साहू शान्तनु कुमार जी के पूज्य प्रपितामह के भ्राता स्वर्गीया साहू श्याम सुन्दर जी की पूज्य माता स्वर्गीया श्रीमती तुलसा देवी तथा धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती रानी रामकली, के0 आई0 एच0 की उदारता तथा परोपकारप्रियता के फलस्वरूप साहू श्याम सुन्दर जी के अमर स्मारक के रूप में हुआ। यह विद्यालय 1908 ई0 में एक हाई स्कूल के रूप में स्थापित हुआ। शीघ्र ही इसने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी ख्याति अर्जित की और उत्तरोत्तर उन्नति के पथ पर अग्रसर होता हुआ सन 1923 ई0 में यह इण्टरमीडिएट विद्यालय, 1946 ई0 में स्नातक महाविद्यालय एवं 1951 ई0 में स्नातकोत्तर महाविद्यालय के स्तर पर पहुँच गया। महाविद्यालय की स्वर्ण जयन्ती सन 1968 ई0 में बड़ी धूमधाम के साथ मनाई गई। वर्तमान में यहाँ ग्यारह विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाएँ सुचारू रूप से चल रही हैं।
हमारा महाविद्यालय प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रमुख स्थान रखता है। इसके अनेक पूर्व विद्यार्थी आई0 सी0 एस0, आई0एफ0एस0, आई0ई0एस0, आई0एम0एस0, आई0ए0एस0, पी0सी0एस0, मंत्री, सांसद एवं विधान मण्डल के सदस्य तथा अन्य विशिष्ट पदो पर आसीन हैं। शिक्षा जगत में भी इस महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी विभिन्न महाविद्यालयों में प्राचार्य, उपाचार्य एवं प्राध्यापकों के रूप में कार्यरत हैं और शिक्षा की उन्नति के लिए अग्रसर हैं। साथ ही अनेक पूर्व विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में उच्च कोटि के व्यवसायी भी हैं।
भगवान श्री रामचन्द्र जी का मन्दिर भी महाविद्यालय से संयुक्त है, जहाँ विद्यार्थियों के नैतिक एवं आध्यात्मिक उत्थान के लिए उपदेश एवं रामायण व गीता पर प्रवचन आयोजित किये जाते हैं।
महाविद्यालय के परीक्षाफल उत्तम रहते हैं। हमारे विद्यार्थी एम0 जे0 पी0 रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली की परीक्षाओं में शीर्ष स्थान प्राप्त करते रहे हैं।
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